
बड़ी खबर: एनडीए ने अनुसुइया उइके को क्यों नहीं बनाया राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, सीएम बघेल ने किया खुलासा…
रायपुर/नई दिल्ली मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए कोशिश कर रही थी। लेकिन उनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस की थी और कांग्रेस के पहले विधायक थी इसलिए उन्हें मौका नहीं मिला।
ज्ञात हो कि एनडीए (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रीय पद का उम्मीदवार बनाया है। तमाम गैर एनडीए दलों के समर्थन के कारण उनका राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है।
अगर वह राष्ट्रपति पद के लिए चुनी जाती हैं तो वह पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा से पहले तमाम नामों को लेकर संभावना जताई जा रही थी, जिनमें अनुसुइया उइके, आनंदी बेन पटेल, आरिफ मोहम्मद खान, मुख्तार अब्बास अंसारी का नाम शामिल था।
विपक्षी सरकारों में तोड़फोड़
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा बर्दाश्त नहीं कर पा रही है कि विपक्ष की सरकार चले और इसलिए वो तोड़फोड़ करने में लगे हुए हैं। वह पहले गुजरात और फिर असम गए…पर्दे के पीछे यही लोग हैं, ये लोग लगातार कर्नाटक,राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगे हुए हैं।
भाजपा को सिर्फ राहुल गांधी और कांग्रेस से खतरा
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा को सिर्फ कांग्रेस और राहुल गांधी से खतरा है। उन्होंने केंद्र पर छत्तीसगढ़ सरकार को अस्थिर करने का आरोप भी दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
भाजपा देश में आरक्षण और नौकरी खत्म कर देना चाहती है: सीएम
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की मौजूदगी में बघेल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कार्रवाई के नाम पर ईडी द्वारा राहुल गांधी को प्रताड़ित किया जा रहा है।
ईडी की कार्रवाई और अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि युवा देश में बनी स्थिति देख रहे हैं। केंद्र की सरकार कांग्रेस से डरी हुई है। कार्यकर्ताओं को अपने कार्यालय जाने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी ही किसानों, नौजवानों, दलितों की लड़ाई लड़ते हैं, इसीलिए उनकी आवाज को केंद्र की भाजपा सरकार दबाना चाहती है।