
कांग्रेस के चिंतन में 2024 के आगे की उम्मीद
कार्यकर्ताओं के मनोबल को कितना बढ़ पाएगा सोनिया-राहुल का संदेश
विजयलक्ष्मी पाठक
कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर खत्म हो गया है। नारे, स्लोगन और नई कार्ययोजना के साथ कांग्रेस अब आगे बढ़ेगी। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साफ कहा कि हम फिर वापस आएंगे। कांग्रेसी देश की उम्मीद है। कांग्रेस फिर से ताकतवर होगी, क्योंकि वह आमजन की पार्टी है। लेकिन कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का भाषण कुछ अलग था।

क्या राहुल के भाषण सुस्त पड़ी कांग्रेस में जान भरेंगे। क्या कांग्रेस के चिंतन से निकली संजीवनी 2024 के चुनाव में कारगर होगी। इन सवालों का जवाब वक्त के साथ आपके सामने आएगा।
पहले हम बात करते हैं कांग्रेस नेतृत्व की। कांग्रेस के चिंतन शिविर से निकली एक तस्वीर इन दिनों इंटरनेट पर ट्रेंड कर रही है। इस तस्वीर के साथ भाजपा की उस तस्वीर को लगाया जा रहा है, जिसमें भाजपा के सभी बड़े नेता एक फ्रेम में दिख रहे हैं। सभी के सिर उठे हुए हैं और चेहरे पर चमक नजर आ रही है। जबकि कांग्रेस की इस तस्वीर में सभी बड़े नेता मुंह पर मास्क लगाएं हैं और कम से कम सोनिया, राहुल और उनके बगल में बैठे नेताओं के सिर झुके हुए हैं। यह बॉडी लैंग्वेज पार्टी के भविष्य की दिशा को तय करने या समझने के लिए एकबारगी काफी नजर आ रही है।
लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू भी है। कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर जाएं तो आपको दिखेगा कि कांग्रेस के सभी बड़े नेता चिंतन शिविर में हाथ जोड़कर खड़े है। पूरे जोश और उत्साह के साथ सोनिया गांधी अपने हाथ में एक फोल्डर लिए अपनी कुर्सी की तरफ बढ़ रही है। उम्र के इस पड़ाव में भी सोनिया गांधी ने जिस आक्रामकता और जोश के साथ अपना भाषण दिया, शायद कांग्रेस की पहली पंक्ति में बैठे किसी भी नेता के मुंह से अच्छा नहीं लगता। तो क्या यह मान लिया जाए कि सोनिया गांधी ही कांग्रेस की लीडर है और जिनके भाषणों में आज भी भाजपा या यूं कहें कि नरेंद्र मोदी से टक्कर लेने की क्षमता है।

हम यहां राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश पेश करेंगे, जिसमें पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से राहुल संवाद कर रहे हैं। इस संवाद को देखें, समझे और परखें तो साफ नजर आ रहा है कि यह चिंतन 2024 के लिए तो कतई नहीं है। कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करना है।कार्यकर्ता बनाने हैं और पार्टी में एक मजबूत नेतृत्व को सामने लाना है। राहुल के भाषणों का लब्बोलुआब यही माना जा रहा है। राहुल ने यह भी कहा कि यह एक दिन की प्रक्रिया नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दूर हो गई है। मतलब साफ है कि 2024 ही नहीं, उसके आगे की तैयारी करें और पार्टी को फिर से सत्ता में लाएं।
चिंतन शिविर में राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपसे यह कहना चाहता था कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है, हम सड़क पर उतरेंगे और बीजेपी-संघ की विचारधारा से पूरा दम लगाकर लड़ेंगे। एक तरफ बेरोजगारी और महंगाई, दूसरी तरफ आप हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशनल स्ट्रक्चर को तोड़ रहे हो। हमारी जिम्मेदारी है कि वो आग ना लगे, हमारी जिम्मेदारी है कि जनता के बीच जाकर कहें कि आपको बांटा जा रहा है, इससे देश कमजोर हो रहा है।
कांग्रेस पार्टी का काम देश के संस्थानों की रक्षा करना है, ये काम कोई रीजनल पार्टी नहीं करेगी। हमने कभी देश के संस्थानों पर आक्रमण नहीं किया, पार्टी के कार्यकर्ताओं को छिपाकर संस्थानों में नियुक्त नहीं किया। संघ-भाजपा यह कर रही है। ये राजनीतिक नहीं, देश के भविष्य की लड़ाई है, देश को बचाने की लड़ाई है। बीजेपी कांग्रेस की बात करेगी, रीजनल पार्टी की बात नहीं करेगी। क्योंकि वो जानते हैं कि रीजनल पार्टी उनकी जगह हैं, लेकिन वो बीजेपी को नहीं हरा सकते।

आप यह मत सोचिए कि ये लड़ाई आसान है। ये लड़ाई रीजनल पार्टी नहीं लड़ सकती, ये लड़ाई विचारधारा की है। एक विचारधारा आरएसएस की, कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ लड़ रही है। मैं जिंदगीभर आपके साथ खड़ा हूं, इस लड़ाई को मैं आपके साथ लड़ने जा रहा हूं। मैं इन शक्तियों से नहीं डरता, मुझे इनसे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैंने अपनी जिंदगी में कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, मुझे कोई डर नहीं है।
ये लोग जो नफरत फैलाते हैं, हिंसा फैलाते हैं, इसके खिलाफ मैं लड़ता हूं और लड़ना चाहता हूं। यह मेरे लिए मेरी जिंदगी की लड़ाई है। मैं इस बात को मानने को तैयार नहीं हूं कि मेरे प्यारे देश में इतनी नफरत, इतनी हिंसा फैल सके।
कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है–
पूरी कांग्रेस पार्टी अक्टूबर में जनता के बीच में जाएगी, यात्रा करेगी। जो जनता के साथ कांग्रेस पार्टी का रिश्ता था और है, उस रिश्ते को मजबूत करेगी। यह काम शॉर्टकट से नहीं बल्कि मेहनत के साथ, पसीना बहाकर ही किया जा सकता है। और आप लोग यह काम कर सकते हो, आपमें क्षमता है, हम सबमें क्षमता है। ये संगठन जनता से ही निकला है। देश जानता है कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही हिंदुस्तान को आगे बढ़ा सकती है। मैं इन देश विरोधी शक्तियों से नहीं डरता। ये देश के भविष्य की लड़ाई है, मैं ज़िन्दगी भर आपके साथ ये लड़ाई लडूंगा। कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरेगी और पूरे दम से लड़ेगी।